दीक्षा
https://diksha.gov.in
दीक्षा (नॉलेज इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग) को औपचारिक रूप से भारत के माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा 05 सितंबर 2017 को लॉन्च किया गया था।
छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए:
दीक्षा पोर्टल की विशेषताएं:
छात्रों की सहज पहुँच के लिए दीक्षा पोर्टल की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- क्यूआर कोड - शिक्षकों और छात्रों के लिए राष्ट्रीय डिजिटल अवसरचना एनसीईआरटी पुस्तकों में प्रदान किए गए क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद एक्सेस किया जा सकता है। क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद, पोर्टल उन सुझावों और विषयों के साथ आएगा, जिन्हें आप अध्ययन करना चाहते हैं।
- भाषा - पोर्टल अंग्रेजी और विभिन्न भाषाओं में सुलभ है जिसमें हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, और ऐसी (18 भाषाएँ) शामिल हैं। आप अपनी सुविधा और सहजता के आधार पर कोई भी भाषा चुन सकते हैं।
- स्थान-आधारित - पोर्टल पहले उस स्थान के लिए पूछेगा जिसके आप संबंधित हैं। उदाहरण के लिए, आप एक विकल्प के रूप में दिल्ली को चुनते हैं, यह आपको आगे लोकेशन सब-लोकेशन ’साधनों को चुनने के लिए कहेगा जिसमें दिल्ली का इलाका मोजूद है। तदनुसार, यह आपको उस क्षेत्र में चल रहे पाठ्यक्रम दिखाएगा जहां से आप अपने कौशल सेट के अनुसार वांछित पाठ्यक्रम चुन सकते हैं।
- कक्षा आधारित - दीक्षा पोर्टल के लिए एक यूजर को उस क्लास को चुनना होता है जिसकी अध्ययन सामग्री वह प्राप्त करना चाहता है। उस कक्षा पर क्लिक करें जिसकी अध्ययन सामग्री आप परापत करना चाहते हैं और समबीट बटन दबाए।
दीक्षा मोबाइल ऐप:
दीक्षा पोर्टल एक उन्नत प्लेटफॉर्म है जो एनरॉयड और आईओएस उपयोगकर्ताओं के लिए भी उपलब्ध है। आप गुगल प्ले स्टोर से दीक्षा ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। मोबाइल ऐप न केवल शिक्षकों बल्कि छात्रों और अभिभावकों के लिए भी उपलब्ध है। एप्लिकेशन को आकर्षक शिक्षण सामग्री के साथ लोड किया गया है जो निर्धारित स्कूल पाठ्यक्रम की जरूरतों को पूरा करता है।
एप की विशेषताएं
- अध्यापकों द्वारा बनाई गई अंत:क्रिया सामग्री और छात्रों और शिक्षकों द्वारा भारत में, भारत द्वारा, भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ भारतीय विषय- सामग्री रचनाकारों का पता लगाना।
- पाठ्यपुस्तकों से क्यूआर कोड को स्कैन करना और विषय से संबंधित अतिरिक्त शिक्षण सामग्री तलाशना।
- इंटरनेट कनेक्टिविटी के बगैर भी विषय वस्तु को ऑफलाइन संग्रहित व साझा करना।
- स्कूल कक्षाकक्ष में पढ़ाई संबंधी पाठ व वर्कशीट का पता लगाना।
- अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, तेलुगु, मराठी, कन्नड़, असमिया, बंगाली, गंजराती, उर्दू और शीघ्र ही अन्य भारतीय भाषाओं में ऐप का अनुभव।
- वीडियो, पीडीएफ, एचडीएमएल, ईपब, एच5पी, प्रश्नोत्तरी जैसे बहुविषयक विषय सामग्री प्ररूपों में सहायता- अधिक प्ररूप शीघ्र उपलब्ध होंगे।
शिक्षक कैसे लाभांवित होंगे।
दीक्षा- नेशनल डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फोर टीचर्स, मोबाइल ऐप के रूप में भी उपलब्ध है। इसमें कक्षाकक्ष अनुभव के सृजनार्थ पाठ, योजनाएं वर्कशीट वे गतिविधियां लोड की जाती हैं। पोर्टल से शिक्षक अपने करियर चक्र को समझ पाते हैं। स्कूल में कार्यभार ग्रहण करने से सेवानिवृत्ति तक, वे अपने करियर की प्रगति का मiनचित्रण व तदनुसार, अपने कौशल में सुधार ला सकते हैं।
शिक्षकों के लाभ
- अपनी कक्षा को रुचिकर बनाने के लिए इंटरएक्टिव व दिलचस्प शिक्षण सामग्री का पता लगाना।
- छात्रों को मुश्किल अवधारणाएं स्पष्ट करने के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यवहार देखना व अन्य शिक्षकों के साथ साझा करना।
- अपने व्यावसायिक विकास को सुधारने के लिए पाठ्यक्रमों में शामिल होना और इनके पूरा करने पर बैज व प्रमाणपत्र अर्जित करना।
- स्कूल शिक्षक के रूप में अपने पूरे करियर का इतिहास देखना।
- राज्य विभाग से आधिकारिक घोषणाएं प्राप्त करना।
- पढ़ाए गए विषय के संबंध में अपने छात्रों की समझ की जांच करने के लिए डिजिटल मूल्यांकन करना।
छात्र कैसे लाभांवित होंगे ?
जिन छात्रों के पास दीक्षा ऐप है वे विषयों को सहज वे इंटरएक्टिव तरीके से समझ सकेंगे। ऐसी विशेषताएं हैं जिनसे पाठ में परिवर्तन किया जा सकता है। ऐप से छात्रों को स्व-मूल्यांकन व्यवहार अभ्यास से अपने शिक्षण की जांच करने में आसानी होगी।
अभिभावक कैसे लाभांवित होंगे?
Parents having access to DIKSHA app in their mobiles can follow classroom activities and clear doubts outside school hours. It is a comprehensive platform for hassle free interaction of all the stakeholders involved.
छात्रों और अभिभावकों के लिए लाभ
- मंच पर संबद्ध पाठों की सहज प्राप्ति के लिए अपनी पाठ्यपुस्तकों में क्यूआर कोड स्कैन करना।
- कक्षा में पढ़ाएं पाठ में सशोधन।
- मुश्किल विषय से जुड़ी अतिरिक्त सामग्री का पता करना।
- सवालों को हल करना और इसका तुरंत फीडेबैक लेना कि उत्तर है या नहीं।
नमूना विषय सामग्री
शीघ्र आ रहा है।
- ऐसी सभी ई विषय सामग्री का एक स्थान पर भंडारगृह का सृजन।
- छात्रों व शिक्षकों के लिए ऑलाईन मूल्यांकन व प्रशिक्षण सौफ्टवेयर का विकास।
- कृतिम बौद्धिकता और मशीन शिक्षण जैसी उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए एक मंच की व्यवस्था।